खाटू श्याम जी - खाटू श्याम जी को हारे का सहारा क्यों कहते हैं?[ जय श्री श्याम देवाय नमः ]
खाटू श्याम जी - खाटू श्याम जी को हारे का सहारा क्यों कहते हैं?[ जय श्री श्याम देवाय नमः ]
खाटू श्याम जी को हारे का सहारा क्यों कहते हैं?
खाटू श्याम जी मंदिर को "हारे का सहारा" भी कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति इस मंदिर में आकर प्रार्थना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
श्याम बाबा का असली नाम क्या था?
खाटू श्याम जी मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है. यह मंदिर भगवान कृष्ण के एक अवतार, वीर बर्बरीक को समर्पित है. बर्बरीक एक महान योद्धा थे जिन्होंने महाभारत के युद्ध में अर्जुन को अपना शीश दान दिया था.
कोन है खाटू श्याम जी?
खाटू श्याम जी मंदिर एक बहुत ही पवित्र स्थल है और यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं. मंदिर में भगवान कृष्ण की एक सुंदर प्रतिमा है और श्रद्धालु यहां आकर प्रार्थना करते हैं और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.
खाटू श्याम जी मंदिर को "हारे का सहारा" भी कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति इस मंदिर में आकर प्रार्थना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
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KHATU SHYAM JI TORAN DUVAR |
खाटू श्याम जी दर्शन का समय- khatu shyam ji darshan timing.
खाटू श्याम जी मंदिर को हर दिन सुबह 5:30 बजे से शाम 9:00 बजे तक खोला जाता है. मंदिर में दर्शन करने के लिए कोई शुल्क नहीं है.
यदि आप राजस्थान की यात्रा पर हैं, तो आपको खाटू श्याम जी मंदिर अवश्य जाना चाहिए. यह एक बहुत ही खूबसूरत और पवित्र स्थल है जो आपको शांति और आध्यात्मिकता का अनुभव देगा.
खाटू श्याम जी मंदिर के बारे में कुछ रोचक तथ्य
खाटू श्याम जी मंदिर को 1027 ई. में राजा बाडौर ने बनवाया था.
मंदिर में भगवान कृष्ण की एक सुंदर प्रतिमा है जो सफेद संगमरमर से बनी है.
मंदिर के परिसर में एक कुंड है जिसे "श्याम कुंड" कहा जाता है. कहा जाता है कि इस कुंड में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं.
खाटू श्याम जी मंदिर को "हारे का सहारा" कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति इस मंदिर में आकर प्रार्थना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
खाटू श्याम जी मंदिर को हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं.
मंदिर में दर्शन करने के लिए कोई शुल्क नहीं है.
यदि आप khatu shyam ji live darshan के लिए खाटू श्याम जी मंदिर जाने का मन बना रहे हैं, तो यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:
2.मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय सुबह या शाम है.
3.मंदिर में दर्शन करने के लिए कोई शुल्क नहीं है.
4.मंदिर में महिलाओं को घूंघट या साड़ी पहननी चाहिए.
5.मंदिर में धूम्रपान और शराब पीना मना है.
6.मंदिर में शांति और आध्यात्मिकता का अनुभव करें.
jai shree shyam
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